Why Every Maithili Should Be a Part of It
Dear Brothers and Sisters of Mithila,
The time has come for us to unite, to stand together, and to reclaim our heritage and our future. The Mithila Movement is not just about politics; it’s about our soul, our identity, and our destiny. Here’s why every Maithil must join this movement with heart and soul:
Our Identity, Our Pride
Mithila is more than just a place; it’s a feeling, a culture, a legacy that has been passed down through generations. Our language, Maithili, is the voice of our ancestors, a treasure trove of wisdom, art, and tradition. By joining the Mithila Movement, we are not just preserving a language; we are preserving our identity. We are ensuring that our children and their children can take pride in their roots, in their rich cultural heritage. Imagine a future where Maithili is spoken with pride, where our stories, songs, and traditions are celebrated globally. This dream can only be realized if we stand together now.
Our Rights, Our Voice
For too long, the people of Mithila have been sidelined, our voices unheard, our needs ignored. It’s time we claim our rightful place. The Mithila Movement is about ensuring that we have a strong representation in political and administrative spheres, that our concerns are addressed, and our rights are upheld. By joining this movement, you are demanding respect and equality for every Maithil. You are asserting that we will no longer be ignored or marginalized. Together, we can create a governance that truly represents us, that understands and addresses our unique challenges and aspirations.
Freedom from Floods, Path to Progress
Every year, floods devastate our beloved Mithila, destroying homes, livelihoods, and dreams. Families are uprooted, children miss out on education, and the elderly are left vulnerable. This cycle of destruction must end. The Mithila Movement aims to implement effective flood management strategies, using both modern technology and traditional wisdom, to protect our land and our people. Imagine a Mithila where we are no longer at the mercy of floods, where our children can go to school without fear, where our farmers can cultivate their land without losing their crops. This vision can become a reality if we unite and fight for it together.
Sustainable Development, Prosperous Future
Our land has immense potential, but it has been neglected for too long. The Mithila Movement is about harnessing that potential, promoting sustainable agricultural practices, revitalizing industries, and creating job opportunities. It’s about building a future where our youth don’t have to migrate for better opportunities, where they can thrive right here in Mithila. Imagine a future where our industries are booming, our fields are green and bountiful, and our youth are leading the way in innovation and entrepreneurship. This future is within our reach, but we must come together to achieve it.
Cultural Preservation, Global Recognition
Mithila’s cultural heritage is a jewel that the world needs to see and appreciate. Our festivals, our arts, our traditions are unique and beautiful. The Mithila Movement is committed to promoting and preserving this heritage, to making Mithila a cultural hub recognized globally. Imagine a Mithila where our Madhubani paintings are celebrated in international galleries, where our festivals attract tourists from around the world, where our traditions are respected and honored globally. This is not just a dream; it can be our reality if we unite and work towards it.
Join Us, Be the Change
This is our moment, our movement. The Mithila Movement is about more than just political change; it’s about emotional and cultural revival. It’s about pride, respect, and a shared dream of a brighter future. We need your support, your voice, your passion. Together, we can transform Mithila, preserve our heritage, and secure a prosperous future for all.
Let’s stand together, let’s fight together, let’s win together. Join the Mithila Movement and be a part of this transformative journey.
Jai Mithila, Jai Maithili!
हर मैथिल के लेल किएक जरूरी अछि
प्रिय मिथिला के भाई-बहिन सभ,
समय आबि गेल अछि कि हम सभ एकजुट होउ, संग ठाढ़ होउ आ अपन विरासत आ भविष्य के वापस पाबी। मिथिला आंदोलन केवल राजनीति नै, बल्कि अपन आत्मा, अपन पहचान आ अपन भविष्य के रक्षा करबाक प्रण अछि। अहाँक दिल आ आत्मा स किएक हर मैथिल के एहि आंदोलन में शामिल होबाक चाही, एतय देखू
हमर पहचान, हमर गौरव
मिथिला सिर्फ एक स्थान नै, बल्कि एक भावना अछि, एक संस्कृति अछि, एक धरोहर अछि जे पीढ़ी दर पीढ़ी चलि रहल अछि। हमर भाषा, मैथिली, हमर पूर्वजक आवाज अछि, ज्ञान, कला आ परंपरा के खजाना अछि। मिथिला आंदोलन में शामिल भ’के, हम केवल एक भाषा के नै, बल्कि अपन पहचान के संरक्षित क’ रहल छी। हम सुनिश्चित करब कि हमर अगिला पीढ़ी अपन जड़ि पर गर्व क’ सकय, अपन समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर में जी सकय। एक भविष्य के कल्पना करू जतय मैथिली गर्व स बजल जाइत अछि, जतय हमर कहानियाँ, गीत आ परंपरा के दुनिया भरि में मनाओल जाइत अछि। ई सपना तखने साकार होयत, जब हम सभ एकजुट होयब।
हमर अधिकार, हमर आवाज
बहुत दिन स मिथिला के लोक के हाशिये पर राखल गेल अछि, हमर आवाज अनसुना कयल गेल अछि, हमर जरूरत नजरअंदाज कयल गेल अछि। अब समय आबि गेल अछि कि हम अपन सही स्थान के दावा करब। मिथिला आंदोलन एह सुनिश्चित करबाक लेल अछि कि राजनीतिक आ प्रशासनिक क्षेत्र में हमरा मजबूत प्रतिनिधित्व मिले, हमरा समस्या के समाधान होए, आ हमरा अधिकार के रक्षा होए। एहि आंदोलन में शामिल भ’के, अहाँ एहि बात के मांग करि रहल छी कि हर मैथिल के समान सम्मान आ अधिकार मिलय। संगहि, हम एक एहन शासन बनायब जे सचमुच हमरा प्रतिनिधित्व करय, हमरा अनूठे चुनौती आ आकांक्षाक समुझय आ समाधान करय।
बाढ़ स मुक्ति, विकास के पथ
हर साल बाढ़ हमरा मिथिला के तबाह करैत अछि, घर-बार उजड़ि जाइत अछि, जीविका खत्म भ’ जाइत अछि। परिवार उखड़ि जाइत अछि, बच्चा के पढ़ाई छूटि जाइत अछि, आ बुजुर्ग असुरक्षित भ’ जाइत छथि। ई विनाशक चक्र अब खत्म होबाक चाही। मिथिला आंदोलन के उद्देश्य अछि कि प्रभावी बाढ़ प्रबंधन रणनीति लागू करय, आधुनिक तकनीक आ पारंपरिक ज्ञान के उपयोग करय, ताकि हमर भूमि आ लोक के रक्षा कयल जा सकय। एक एहन मिथिला के कल्पना करू जतय हम बाढ़ के दया पर नै, बल्कि सुरक्षित रहय, जतय बच्चा बिना डर के स्कूल जा सकय, जतय किसान अपन फसल बिना नुकासान के खेती करय। ई सपना तखने साकार होयत, जब हम एकजुट होयब।
सतत विकास, समृद्ध भविष्य
हमर भूमि में बहुत क्षमता अछि, लेकिन बहुत दिन स उपेक्षित रहल अछि। मिथिला आंदोलन के उद्देश्य अछि कि एह क्षमता के उपयोग करय, टिकाऊ कृषि प्रथाएं बढ़ावा दय, उद्योग के पुनर्जीवित करय आ रोजगार के अवसर बनाबय। ई एक एहन भविष्य के निर्माण के बारे में अछि जतय हमर युवा बेहतर अवसर के खोज में पलायन नै करय, बल्कि मिथिला में फलीभूत होय। एक एहन भविष्य के कल्पना करू जतय हमर उद्योग फल-फूल रहल अछि, हमर खेत हरा-भरा अछि, आ हमर युवा नवाचार आ उद्यमशीलता में अग्रसर अछि। ई भविष्य हमरा संग अछि, लेकिन हमरा एकजुट होयब जरूरी अछि।
सांस्कृतिक संरक्षण, वैश्विक पहचान
मिथिला के सांस्कृतिक धरोहर एक रत्न अछि जे दुनिया के देखबाक आ सराहबाक जरूरत अछि। हमर त्योहार, हमर कला, हमर परंपरा अनूठे आ सुंदर अछि। मिथिला आंदोलन के प्रतिबद्धता अछि कि एह धरोहर के बढ़ावा देय आ संरक्षित करय, मिथिला के एक सांस्कृतिक केंद्र बनाबय जे वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त करय। एक एहन मिथिला के कल्पना करू जतय हमर मधुबनी पेंटिंग्स अंतरराष्ट्रीय गैलरी में प्रदर्शित हो, जतय हमर त्योहार दुनिया भरि के पर्यटक के आकर्षित करय, जतय हमर परंपरा के वैश्विक स्तर पर सम्मान आ मान्यता मिलय। ई केवल एक सपना नै, ई हमरा संग हो सकैत अछि अगर हम एकजुट होयब आ काज करब।
हमर संगे जुड़ु, परिवर्तन के हिस्सा बनु
ई हमर समय अछि, हमर आंदोलन अछि। मिथिला आंदोलन केवल राजनीतिक परिवर्तन के बारे में नै, बल्कि भावनात्मक आ सांस्कृतिक पुनर्जीवन के बारे में अछि। ई गर्व, सम्मान आ उज्जवल भविष्य के साझा सपना के बारे में अछि। हमरा अहाँक समर्थन, अहाँक आवाज, अहाँक जुनून के जरूरत अछि। संगहि, हम मिथिला के रूपांतरित करब, अपन धरोहर के संरक्षित करब आ सभक लेल समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करब।
चलु, संग ठाढ़ होइ, संग संघर्ष करु, संग जीतू। मिथिला आंदोलन में शामिल होउ आ एहि परिवर्तनकारी यात्रा के हिस्सा बनु।
जय मिथिला, जय मैथिली!